गुरुवार, 23 नवंबर 2017

जीवन जीने की सीख

👌मुसीबत में अगर मदद मांगो तो सोच कर मागना क्योंकि मुसीबत थोड़ी देर की होती है और एहसान जिंदगी भर का.....🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾

👌कल एक इन्सान रोटी मांगकर ले गया और करोड़ों कि दुआयें दे गया, पता ही नहीँ चला की, गरीब वो था की मैं.... 🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾🌾

👌जिस घाव से खून नहीं निकलता, समझ लेना वो ज़ख्म किसी अपने ने ही दिया है..💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

👌बचपन भी कमाल का था खेलते खेलते चाहें छत पर सोयें या ज़मीन पर, आँख बिस्तर पर ही खुलती थी..🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹.

👌खोए हुए हम खुद हैं, और ढूंढते भगवान को हैं...🦁🦁🦁🦁🦁🦁🦁🦁🦁🦁🦁🦁🦁🦁

👌अहंकार दिखा के किसी रिश्ते को तोड़ने से अच्छा है कि माफ़ी मांगकर वो रिश्ता निभाया जाये....🐯🐯🐯🐯🐯🐯🐯🐯🐯🐯🐯

👌जिन्दगी तेरी भी अजब परिभाषा है.. सँवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है...💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥💥

👌खुशीयाँ तकदीर में होनी चाहिये, तस्वीर मे तो हर कोई मुस्कुराता है..🌼🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷.

👌ज़िंदगी भी वीडियो गेम सी हो गयी है एक लेवल क्रॉस करो तो अगला लेवल और मुश्किल आ जाता हैं.....🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴

👌इतनी चाहत तो लाखों रुपये पाने की भी नही होती, जितनी बचपन की तस्वीर देखकर बचपन में जाने की होती है.......🌲🌲🌲🌲🌲🌲

👌हमेशा छोटी छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो, क्योंकि इन्सान पहाड़ो से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है..🌳🌳🌳🌳🌳

*मनुष्य का अपना क्या है ?*
*जन्म :-*     दुसरो ने दिया
*नाम  :-*     दुसरो ने रखा
*शिक्षा :-*    दुसरो ने दी
*रोजगार :-* दुसरो ने दिया और
*शमशान :-* दुसरे ले जाएंगे
तो व्यर्थ में घमंड किस बात पर  करते है लोग 👏🌻🌺🌷🌾🍼🍷

शुक्रवार, 10 नवंबर 2017

संगत का प्रभाव


एक सरोवर के पास लगभग 40 हंस रहा करते थे उसके पास एक बृक्ष पर एक कौवा रहा करता था जिससे हंसो और कौवो मे दोस्ती हो गयी थी ।
एक बार पास के गाँव से एक सेठ जी की बेटी की शादी के उपलक्ष्य मे भोजन करने का निमन्त्रण आया।
जब सभी हंस निमन्त्रण मे जाने लगे तभी एक हंस बोला भाइयो ये कौवा हमारा मित्र है क्यो न हम इसे भी निमन्त्रण मे लिवा चले।
यह बात सुनकर एक हंस बोला इसका रंग हमसे नही मिलता अगर मिलता होता तो लिवा चलते। दूसरा हंस बोला बात अगर रंग की है तो हम इसे अपने रंग मे रंग लेगे। तो क्या फिर इसको साथ ले चलेगे। बाकी हंसो ने स्वीकृति दे दी।
उन्होंने खड़िया और चुने से कौवे को रंग दिया। कौवा भी अब हंसो के रंग जैसा लगने लगा था।
सेठ के यहा सभी हंसो के साथ मे कौवा भी पहुचा।
सभी अच्छे अच्छे पकवान खाकर तृप्त हो गए। कौवा अपनी आदत के अनुसार जूठे पत्तलो पर जाकर बैठ गया। यह देखकर सेठ के एक नौकर ने हंसो से पूछा भाई ये जो आपके साथ हंस है जूठे पत्तलो पर क्या कर रहे है।
एक चतुर हंस बोला भाई ये हमारे गुरु जी है। हम सभी मे विवाद हो गया था की सेठ जी के यहा कितने आदमियो ने खाना खाया कोई 2000 कह रहा था तो कोई ढाई हजार कह रहा था। गुरु जी ने कहा हम पत्तल गिन कर निर्णय करेगे की 2000 आये थे या ढाई हजार।
अच्छे लोगो की संगति ने कौवे के सम्मान की रक्षा की।

शुक्रवार, 3 नवंबर 2017

प्रकृति का ज्ञान


*ग़लती नीम की नहीं*
            *कि वो कड़वा है*‼
*ख़ुदगर्ज़ी जीभ की है*
        *जिसे मीठा पसंद है*
✍🍁✍🍁✍🍁✍🍁✍
*_नाराज न होना कभी,_*
        *_यह सोचकर कि…_*
            *काम मेरा_*
               *और_*
         *नाम किसी का_*
           *_हो रहा है.._?*

       _*घी और रुई सदियों से,*_
       _*जलते चले आ रहे हैं…,*_
                _*और*_
          _*लोग कहते हैं…,*_
        _*दिया जल रहा है।*_
🍁✍🍁✍🍁✍🍁✍🍁
        *किसी ने हमसे पूछा कि*
   *तुम हर-रोज सुबह "गुड मॉर्निंग"*
      *करके सबको याद करते हो*,
                  *तो क्या*

    *वो भी तुम्हे याद करते हैं...?*☝
              *हमने कहाः*

          *मुझे रिश्ता निभाना है*
          *मुकाबला नहीं करना.*.
 *हम सबके "दिलों" में रहना चाहते हैं*,
              *"दिमाग" में नहीं*।

       *"दुनियां के रेन बसेरे में..*
  *पता नही कितने दिन रहना है"*

    *"जीत लो सब के दिलो को...*
 *बस यही जीवन का गहना है"..!!*   ✍🍁✍🍁✍🍁✍🍁✍
*एक खूबसूरत लाइन....*

*कम रिश्ते बनाइये*
         *और....*
*उन्हें दिल से निभाइए....!*

      ‼
*🙏🏻्🕸🙏🏻*

ज्ञान

ज्ञान एक प्रकाश की तरह है एक दीपक की तरह है जो जहा होता है वहा पर बुराई के अंधकार को दूर कर देता है
ज्ञान हमारे मन को प्रकाशित करता है
अच्छे बुरे की पहचान करता है
ज्ञान जिसे मिलता है वह ज्ञानी बन जाता है
ज्ञान के समक्ष कोई अंधकार कोई बुराई कभी नही टीक सकती